भगवान गणेश जी के जन्मदिन को गणेश चतुर्थी के रूप में जाना जाता हैगणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश जी को बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य के देवता के रूप में पूजते है
गणेश उत्सव अर्थात गणेश चतुर्थी का उत्सव 10 दिन के बाद अनंत चतुर्दशी के दिन समाप्त होता है और यह दिन गणेश विसर्जन के नाम से जाना जाता है
अनंत चतुर्दशी के दिन श्रद्धालु बड़ी धूमधाम के साथ सड़क पर जुलूस निकालते हुए भगवान गणेश की प्रतिमा का नदी में विसर्जन करते हैं
ऐसा माना जाता है कि भगवान गणेश का जन्म मध्यान काल के दौरान हुआ था इसलिए मध्यान के समय को गणेश पूजा के लिए सबसे ज्यादा उपयुक्त माना जाता है
2 दिन के विभाजन के अनुसार मध्यान्ह काल अंग्रेजी समय के अनुसार दोपहर के तुल्य होता है मध्यान भोजन में भक्तगण पूरे विधि विधान से गणेश पूजा करते हैं
1. दिल्ली में :- दिल्ली में गणेश पूजा का मुहूर्त सुबह 11:05 से दोपहर 1:38 तक रहेगा और सूर्योदय का समय सुबह 5:58 रहेगा और सूर्यास्त का समय शाम 6:44 तक रहेगा
2. मुंबई में :- मुंबई में गणेश पूजा का मुहूर्त सुबह 11:24 से दोपहर 1:54 तक रहेगा और सूर्योदय का समय सुबह 6:23 रहेगा और सूर्यास्त का समय शाम 6:54 बजे कर
गणेश चतुर्थी के दिन गणेश जी की स्थापना के बाद 10 दिनों तक गणेश जी की पूजा की जाती है और अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश विसर्जन किया जाता है
तो व्रत करने वाले लोग स्नान का साथ और धुले हुए कपड़े पहनते हैं इस दिन लाल कलर का वस्त्र धारण करना बेहद शुभ माना जाता है और साथ में ऐसा कहा जाता है कि ऐसा करने से व्रत सफल होता है
स्नान के बाद गणपति की पूजा की शुरुआत करें गणपति की पूजा करते समय अपना मुंह पूर्व उत्तर दिशा की ओर रखें सबसे पहले आप गणपति की मूर्ति को फूलों से अच्छी तरह से सजा ले